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SBI ग्राहकों को तगड़ा झटका! 15 दिसंबर से आपकी जमा पूंजी पर मिलेगी ये बुरी खबर

Meme Times December 13, 2025

नई दिल्ली/मुंबई: भारतीय अर्थव्यवस्था और आम आदमी की जेब के लिए एक बड़ी खबर है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में कटौती के तुरंत बाद, देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने करोड़ों ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है। बैंक ने अपने होम लोन और अन्य उधार दरों (Lending Rates) में कटौती की घोषणा की है।

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हालांकि, यह खबर बचत करने वालों के लिए थोड़ी खट्टी-मीठी है, क्योंकि बैंक ने अपनी कुछ चुनिंदा फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) योजनाओं पर ब्याज दरों को घटा दिया है। ये सभी बदलाव 15 दिसंबर 2025 से प्रभावी हो रहे हैं। इस लेख में हम विस्तार से विश्लेषण करेंगे कि इन नई दरों का आपकी EMI, बचत और वित्तीय योजना पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

मुख्य बिंदु:
  • SBI ने होम लोन की ब्याज दरों में 0.25% (25 बेसिस पॉइंट्स) की कटौती की है।
  • MCLR (Marginal Cost of Funds Based Lending Rate) में 0.05% की कमी की गई है।
  • 'अमृत वृष्टि' (444 दिन) FD स्कीम पर ब्याज दरें 0.15% तक कम हुई हैं।
  • नई दरें 15 दिसंबर 2025 से लागू हैं।

RBI रेपो रेट कटौती: एक नजर

हाल ही में संपन्न हुई मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में RBI ने रेपो रेट को 5.50% से घटाकर 5.25% कर दिया था। यह 2025 में लगातार चौथी बार है जब केंद्रीय बैंक ने दरों में कटौती की है। इसका मुख्य उद्देश्य बाजार में नकदी (Liquidity) बढ़ाना और लोन को सस्ता कर आर्थिक गतिविधियों को तेज करना है। SBI का यह कदम इसी दिशा में उठाया गया एक बड़ा निर्णय है।

SBI होम लोन और उधार दरों में कटौती का पूरा विश्लेषण

SBI ने अपनी लेंडिंग रेट्स को दो प्रमुख हिस्सों में संशोधित किया है। इसका सीधा असर आपके मंथली बजट पर पड़ेगा।

1. EBLR और RLLR में कटौती (सबसे बड़ा फायदा)

आजकल अधिकांश होम लोन और ऑटो लोन 'एक्सटर्नल बेंचमार्क' (External Benchmark) पर आधारित होते हैं। SBI ने इसमें पूरी कटौती का लाभ ग्राहकों को दिया है:

  • EBLR (External Benchmark Linked Rate): 8.15% से घटकर 7.90% हो गया है।
  • RLLR (Repo Linked Lending Rate): 7.75% से घटकर 7.50% हो गया है।

इसका मतलब क्या है? यदि आपका होम लोन 15 दिसंबर 2025 के बाद पास होता है, या आपका मौजूदा लोन EBLR से जुड़ा है, तो आपकी ब्याज दर सीधे 0.25% कम हो जाएगी।

2. MCLR में कटौती (पुराने ग्राहकों के लिए)

बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में भी 5 बेसिस पॉइंट्स (0.05%) की कटौती की है। यह उन कॉर्पोरेट लोन और पुराने रिटेल लोन के लिए महत्वपूर्ण है जो अभी भी MCLR से जुड़े हैं।

SBI नई MCLR दरें (प्रभावी: 15 दिसंबर 2025)
अवधि (Tenure) पुरानी दर नई दर बदलाव
Overnight 7.90% 7.85% -0.05%
1 महीना 7.90% 7.85% -0.05%
3 महीने 8.30% 8.25% -0.05%
6 महीने 8.65% 8.60% -0.05%
1 साल (One Year) 8.75% 8.70% -0.05%
2 साल 8.80% 8.75% -0.05%
3 साल 8.85% 8.80% -0.05%

इसके अलावा, बेस रेट (Base Rate) को भी 10.00% से घटाकर 9.90% कर दिया गया है।

आपकी EMI पर कितनी बचत होगी? (Calculation)

ब्याज दरों में 0.25% की कटौती सुनने में कम लग सकती है, लेकिन लंबी अवधि के लोन पर इसका बड़ा असर होता है। आइए इसे एक उदाहरण से समझते हैं:

उदाहरण:
मान लीजिए आपने 50 लाख रुपये का होम लोन 20 साल के लिए लिया है।

  • पुरानी दर (8.50%): आपकी EMI लगभग ₹43,391 थी।
  • नई दर (8.25%): अब आपकी EMI लगभग ₹42,603 होगी।
  • मासिक बचत: ₹788
  • सालाना बचत: ₹9,456
  • कुल बचत (20 साल में): लगभग ₹1.89 लाख

SBI FD ब्याज दरों में कटौती: निवेशकों के लिए बुरी खबर

जहां एक तरफ लोन सस्ते हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर मिलने वाला रिटर्न थोड़ा कम हो गया है। SBI ने चुनिंदा अवधि की FD दरों में कटौती की है।

'अमृत वृष्टि' स्कीम (Amrit Vrishti - 444 Days)

SBI की सबसे लोकप्रिय 444 दिनों की FD स्कीम पर सबसे बड़ी कैंची चली है। इसमें 15 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की गई है:

  • सामान्य नागरिक: दर 6.60% से घटकर 6.45% हो गई है।
  • वरिष्ठ नागरिक (Senior Citizens): दर 7.10% से घटकर 6.95% हो गई है।

2 साल से 3 साल तक की FD

इस अवधि की जमाओं पर ब्याज दर में 5 बेसिस पॉइंट्स की मामूली कमी की गई है।

  • सामान्य नागरिक: 6.45% -> 6.40%
  • वरिष्ठ नागरिक: 6.95% -> 6.90%

नोट: 1 साल, 5 साल या अन्य अवधियों की ब्याज दरों में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है।

क्या आपको अपना लोन स्विच करना चाहिए?

यदि आपका होम लोन अभी भी पुराने MCLR या बेस रेट सिस्टम पर चल रहा है, जहां ब्याज दरें 9% या उससे ऊपर हैं, तो यह सही समय है कि आप अपने बैंक शाखा में जाकर इसे EBLR (Repo Linked) में स्विच करवाएं। हालांकि बैंक इसके लिए 'कन्वर्जन फीस' ले सकता है, लेकिन घटते ब्याज दरों के इस दौर (Rate Cut Cycle) में EBLR पर स्विच करना फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि रेपो रेट में भविष्य में और कटौती की संभावना है।

निष्कर्ष

SBI का यह निर्णय त्योहारी सीजन के बाद और नए साल से ठीक पहले आया है, जो घर खरीदारों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह कदम रियल एस्टेट सेक्टर को बूस्ट देगा। वहीं, FD निवेशकों को अपनी रणनीति बदलने की जरूरत है—उन्हें गिरती दरों से बचने के लिए लंबी अवधि की FD में मौजूदा दरों को लॉक करने पर विचार करना चाहिए।


FAQ: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1: SBI की नई ब्याज दरें कब से लागू हो रही हैं?

उत्तर: SBI द्वारा घोषित होम लोन और FD की नई दरें 15 दिसंबर 2025 से प्रभावी हो चुकी हैं।

प्रश्न 2: SBI ने होम लोन की ब्याज दरों में कितनी कटौती की है?

उत्तर: SBI ने रेपो रेट से जुड़े लोन (EBLR/RLLR) में 0.25% (25 बेसिस पॉइंट्स) की कटौती की है, जिससे होम लोन सस्ता हो गया है।

प्रश्न 3: क्या SBI की सभी FD स्कीम पर ब्याज कम हुआ है?

उत्तर: नहीं, केवल 'अमृत वृष्टि' (444 दिन) और 2 से 3 साल के बीच की अवधि वाली FD पर ब्याज दरें कम की गई हैं। बाकी अवधियों पर दरें समान हैं।

प्रश्न 4: MCLR और EBLR में क्या अंतर है?

उत्तर: MCLR बैंक की अपनी फंड लागत पर आधारित होता है और इसमें बदलाव धीरे होता है (जैसे अभी केवल 0.05% कटौती हुई), जबकि EBLR सीधे RBI के रेपो रेट से जुड़ा होता है, इसलिए इसमें कटौती का पूरा लाभ (0.25%) तुरंत मिलता है।

प्रश्न 5: अभी 1 साल के लोन के लिए SBI का MCLR क्या है?

उत्तर: 15 दिसंबर 2025 से 1 साल के लोन के लिए SBI का MCLR 8.70% है, जो पहले 8.75% था।